Tuesday, August 21, 2007

बिछी मारला पर

गांव नगर मे अक्सर लोग के बिछी मार देला। एह मे बहुत पीरा होला। जवना जगह बिछी मरले रहेला ओहिजा बहुत जलन होला, झनझनाहट होला सुई चुभे जैसन दर्द होला।ई दर्द बहुत तेजी से उपर चढेला। एकर कुछ राम बाण इलाज़ बतावत बानी।
१ फिटकरी सबसे उपयोगी दवा ह। सिलवट के बढिया से साफ करके फिटकरी के चंदन लेखा घिसी तन्नी सा पानी डाल के. जहंवा बिछी मरले बा ओहिजा ई लेप लगा के सेक दी।

२ फिटकरी के तनी गरम कईला पर उ गले लागेला। जब गले लागे त ओकरा के डंक वाला जगह पर चिपका दीं। उ चिपक जाई और पुरा जहर चुसला पर अपने आप छोड़ दी।

३ कभी कभी ना पता चलेला कि बिछी कहंवा मरले बिया खासकर राती खान। और जब तक जगह पर दवाई ना लगे तब तक ओकर असर भी सही ना होला।एह से एगो दोसर इलाज़ ई बा कि सेंधा नमक के तीन गुना पानी मे घोर के रख दी। जेकरा बिच्छू मरले होके ओकरा आँखी मे सलाई से ई पानी लगाईं तुरत जहर उतरल सुरु हो जाई।

४ सेंधा नमक के पीस के कटल प्याज से उठा के डंक वाला जगह पर मलला से भी जहर और डंक दुनू दूर होला।

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